Bhagwat Katha Organizer
July 28, 2018Ram Katha and Bhagwat Katha Organizer
August 17, 2018
शिवकथा शिवमहापुराणकथा आयोजन कराने से जीवन बनता है खुशहाल- हमारेसंत
सावनमासमें शिवकथा कराने और सुनने से सौभाग्य और समृद्धि की प्राप्ति होती है - हमारेसंत
भगवान शिव त्याग, तपस्या, वात्सल्य और करुणा के सागर है। शिव का अर्थ है कल्याण। जीवन में परम कल्याण चाहने वाले भक्तों को शिव की पुजा आराधना करनी चाहिए।
देवाधिदेवमहादेव पापों के नाश करने वाले देव है, बहुत ही सरल स्वभाव के होने के कारण, भक्त जनों की छोटी सी सेवा पुजा से प्रसन्न हो जाने के कारण #भोलेबाबा या #भोलेनाथ के नाम से जाने जाते है।
शिवमहापुराण के साथ समस्त 18 पुराणों में भगवान शिव की महिमा का उल्लेख मिलता है - जिसमें कहा गया है कि भोलेनाथ शीघ्र प्रसन्न होकर अपने श्रद्धालुओं और भक्तों की मनोकामना पूर्ण करते है। भगवान शिव की पुजा - अर्चना बहुत ही सरल है।
भगवानशिव स्वच्छजल बिल्बपत्र धतुरा आककीमाला से ही प्रसन्न हो जाते है।
भोर वेला में भगवान शिव का ध्यान करने से मन एकाग्र होता है। भगवान से एकीकार होने में सुविधा होती है।
सावनमास में भगवान महादेव की पूजा-प्रार्थना करने से भगवान जल्दी प्रसन्न होत है। यहां तक की महादेव की कृपा-सात गुणा अधिक बरसती है।
शिवपुराण आयोजन के फल और लाभ -
1. श्रद्धा से जो भी भक्तगण शिवकथा सुनते है उन्हें जन्म-मरण के बंधन से छुटकारा मिल जाता है।
2. भगवान महादेव की पावनकथा - शिवकथा का श्रवण करने से कपिला गाय के दान का पुण्य प्राप्त हो जाता है।
3. आदरपूर्वक शिवमहापुराण कथा का आयोजन करवाने से भगवान शिव प्रसन्न होकर उसे शिवधाम में स्थान देते है।
4. शिवकथा श्रवण से धर्म-काम-अर्थ और मोक्श चारों पुरुषार्था का पुण्य प्राप्त हो जाता है।
शिवकथा कब ? कहाँ ? कैसे ? और किससे करवाएँ - हमारेसंत
शिवकथा का आयोजन आप कभी भी अपने #कर्मक्षेत्र या जन्मभूमि में करवा सकते है परन्तु सावणमास भोले बाबा को अति प्रिय है अतः सावन में आयोजन कराने से महादेव शीघ्र प्रसन्न होकर अनेक गुणा कल्याणमयी फल प्रदान करते है। आचार्या एवं ब्राम्हणों के मतानुसार जिस किसी दिन शिवभक्ति की कथा आरम्भ कर दी जाये वो शुभ मुहुर्त ही होगा।
शिवपुराण कहां कराये -
शिवपुराण जन्म भूमि पर करवा सकते है अथवा जहां भी मन की प्रसन्नता हो वहां आयोजन करवाना चाहिए। वैसे तीर्थ स्थानों पर भी कथा अयोजन कराने से पुण्य में अभिवृद्धि होती है।
शिवकथा कैसे कराये -
शिवकथा कराने के लिए हमारेसंत - साध्वी - कथावाचक - कथाकार - कथाव्यास - शिवकथावाचाक से संपर्क करें...
आपके बजट में आपकी पसन्द के कथावक्ता से आयोजन किया जायेगा।
सात्विक प्रवृत्ति से शिवकथा करवाने से आयोजक को सुख-शांति मान पद प्रतिष्ठा प्रेम स्वास्थ्य और परिवार की प्राप्ति होती है।
किससे करवाये शिवकथा -
किसी भी विद्वान शिवभक्त - कथाव्यास या संत से आयोजन करवाना चाहिए।
हमारेसंत- आपको अच्छे विद्वान शिवकथाकार उपलब्ध करवाने में पूर्ण मदद करता है।
कृपया अपने श्रद्धा भक्ति के अनुसार कभी भी भागवतकथा रामकथा देवीभागवत शिवकथा और सत्संग का आयोजन करवाने के लिए हमारे संत साध्वी से संपर्क कर सकते है।
जय भोलेनाथ
साध्वी मानस मन्दाकिनी रागिनी
सुप्रसिद्ध कथा वाचिका