शीघ्रता त्रिपाठी जी पूज्य गुरुदेव आचार्य श्रीकांत जी त्रिपाठी की शिष्या है और सुपुत्री भी। आप विगत 5 सालों से भगवद अनुरागीयों को भगवन नाम रस से सरोबर कर रही है। आपने करीब 250 कथा कहने का गौरव हासिल किया है। आपको संतो ने बाल विदुषी की संज्ञा से नवाजा है।
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